आप जानेंगे…..
Kya AI Khatarnak Ho Sakta Hai :अगर इंसानियत और टेक्नोलॉजी के बीच कोई संघर्ष होता है, तो हमेशा इंसानियत ही जीतेगी।
यह कथन मशहूर वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने दशकों पहले कहा था। उनका मानना था कि एक समय ऐसा आएगा जब इंसान और मशीन के बीच संघर्ष जरूर होगा। आज के समय में यह बात सच साबित होती नजर आ रही है।
आपने हॉलीवुड की Terminator और X Machine साथ ही बॉलीवुड की ROBOT जैसी फिल्मों में देखा होगा । कि कैसे AI मशीनें इंसानों की आदेश को मानने से इंकार कर देती हैं। और खुद से अपने फैसले लेने लगती हैं। और यहां तक कि इंसानों पर हमला करके उनके खिलाफ अपनी सेना भी बना लेती हैं। ऐसे ही AI टेक्नोलॉजी के विकास और ट्रेनिंग दौरान कुछ मामले सामने आए है । जिन्हें आगे हम विस्तार से High Tech News की इस पोस्ट में जानेंगे…..

कुछ रिपोर्ट्स में AI द्वारा इंसानी आदेशों की अनदेखी की घटनाएं सामने आई हैं।
अल्बर्ट आइंस्टीन की 80 साल पुरानी भविष्यवाणी अब सच होती दिख रही है। इंसान और मशीन के बीच जंग का पहला कदम उठ चुका है। अक्सर कहा जाता है कि हर लड़ाई की शुरुआत बगावत से होती है और यही हुआ। AI robot ने इंसानों के कही बात मानने से इंकार कर दिया । और खुद से अपना मर्जी से करने लगे । जबकि यह एक मशीन है।
एक अमेरिकी कंपनी Open AI के रिसर्च के दौरान चौंकाने वाला मामला सामने आया। जहां तीन AI रोबोट सिस्टम्स को कहा गया । कि वह अपना काम पूरा कर खुद को बंद कर लें। लेकिन उन्होंने यह आदेश नहीं माना। बल्कि अपनी ही मनमानी करने लगा।
AI Machine ने आदेश को मानने से किया इनकार
इन तीनों सिस्टम्स ने बार-बार दिए गए Shutdown कमांड को नजरअंदाज किया। उदाहरण से समझिए– जब कोई बच्चा रात को सोने का नाटक करता है। लेकिन वास्तव में जगा रहता है। ठीक उसी तरह, इन AI machine ने खुद को बंद करने की बजाय चालाकी से Active रहने का रास्ता खोज लिया। यानी इस AI ने समझ चुका था कि इंसानों को कैसे बेवकूफ बनाना है।
पेसिट रिसर्च द्वारा यह सार्वजनिक रिपोर्ट जिसमें बताया गया कि एक AI सिस्टम ने खुद को बंद करने के कमांड को निष्क्रिय कर दिया। यानी आदेश को ही मानने से इंकार कर दिया । एक सिस्टम ने 86 में से 7 बार आदेश नहीं माना, तो दूसरे ने 42 में से 12 बार मना किया। हालांकि अन्य कंपनियों के सिस्टम्स ने ऐसा नहीं किया। लेकिन खास बात यह है, किसी भी AI Machin या Robot का इस तरह व्यवहार करना इंसानों के लिए भविष्य में मुसीबत भी बन सकता है।

पारंपरिक मशीन Vs आज की AI टेक्नोलॉजी
इंसानी जीवन के विकास के लिए मशीन शुरू से मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। ऐसे पहले कि पारंपरिक मशीन पहले से फिक्स किए गए तय कमांड पर ही कार्य करती हैं। जैसे- वाशिंग मशीन में कपड़े धोने का समय और मोड फिक्स होता है। वहीं फ्रिज में ठंडक देने की समय सीमा निश्चित होती है। लेकिन आज की टेक्नोलॉजी इस से अलग है। यह इंसानों के व्यवहार को देखकर निर्णय ले सकती है। यह हर बार इंसानों की तरह सोचने का प्रयास करती है। कि कैसे इंसान निर्णय लेता है, सीखता है और समस्याओं का हल करता है।
जब AI खुद फैसले लिए जाने लगें… तो Kya AI Khatarnak Ho Sakta Hai
कल्पना कीजिए अगर यह टेक्नोलॉजी अगर खुद निर्णय लेने लगे तो क्या होगा?
जैसे ही आपका मोबाइल समझ ले कि किसी व्यक्ति से बात करने से आपका मूड खराब होता है, तो वो नंबर खुद-ब-खुद Block कर सकता है।
यदि किसी सड़क पर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से एक्सीडेंट होते हैं, तो जब आप उस जगह पहुंचेंगे, आपकी गाड़ी की रफ्तार अपने आप कम हो सकती है।
यदि आपकी खानपान आदतों और मेडिकल रिपोर्ट से यह निष्कर्ष निकलता है कि कोई चीज आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, तो आप उसे ऑनलाइन आर्डर भी नहीं कर पाएंगे। ये बात भले ही आज सामान्य लगता हो पर आने वाले कुछ दशकों में यह हकीकत बन सकते हैं।

क्या AI जॉब को खत्म कर देगा।
गोल्डमैन सेक्स नामक निवेश कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक 30 करोड़ लोग अपने रोजगार से हाथ धो सकते हैं। लेकिन रोजगार ही नहीं, अब तो और भी बड़ी चिंताओं ने जन्म ले लिया है।
AI से जुड़े कुछ उदाहरणों ने चिंता बढ़ा दी है, जैसे कथित तौर पर ब्लैकमेल जैसी प्रतिक्रिया या अनुचित सुझाव AI vs Human
ब्लैकमेल की कोशिश
कुछ समय पहले एक अत्याधुनिक AI सिस्टम ने तब ब्लैकमेल किया जब उसे बताया गया कि उसे हटाकर नया सिस्टम लाया जाएगा। उसने इंजीनियर को धमकी भी दी। कि अगर ऐसा किया गया, तो वह उसकी निजी जानकारी सार्वजनिक या लीक कर देगा। 100 में से 84 बार यह धमकी दी गई।
हिंसात्मक सलाह का इशारा
Texos में एक 17 वर्षीय युवक को उसके माता-पिता ने स्क्रीन टाइम सीमित कर दिया। उसने इस समस्या का हल जानने के लिए एक टूल से सुझाव मांगा। उसे जवाब मिला अपने माता-पिता की हत्या कर दो।
यह घटना दिसंबर पिछले साल की है और इसके बाद उस AI टूल के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई।
फिल्मों की कल्पनाएं अब तकनीकी संभावनाओं की ओर इशारा करती हैं
पिछले दो वर्षों में जिस तेजी से टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बदलाव आया है। उसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगले 100-200 वर्षों में Terminator और Robot जैसी फिल्में कहीं सच्चाई न बन जाएं।
तकनीक विकसित करने वाले विशेषज्ञों ने खुद कहा है कि यह AI इतना पॉवरफुल हो सकता है कि यह खुद से नया सिस्टम बना सकता है। और खुद को अपडेट और अपग्रेड भी कर सकता है। जैसा कि हमने आज तक फिल्मों में देखा है।

निष्कर्ष – AI टेक्नोलॉजी विकास के साथ चुनौती को भी ध्यान रखना जरूरी है।
Kya AI Khatarnak Ho Sakta Hai आज जो बातें कल्पना लगती हैं। कल वे हमारी हकीकत बन सकती हैं। इसलिए अब हमें तकनीकी विकास को केवल चमत्कार की नजर से नहीं बल्कि जिम्मेदारी और संतुलन के साथ देखने की जरूरत है। हम यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इसका सही इस्तेमाल करने के साथ-साथ हम इसको सही तरीके से प्रशिक्षण भी दें। क्योंकि हम इंसानों को देखकर ही सकता है। हमें नहीं ऐसे डरने की जरूरत नहीं बल्कि हमें इसे सीखने की जरूरत है सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए ताकि हम अपने फायदे के लिए उनका सही इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने काम आसान बना सके क्योंकि आने वाले समय में ऐसे के कई आई है। उसने समझना हमारे लिए मुश्किल थोड़ा हो सकता है। क्योंकि अगर आज हमारी का इस्तेमाल करना नहीं सकते हैं तो हो सकता है आने वाले समय में जाने वाले लोग या फिर खुद हमारा इस्तेमाल न करें ।
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