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IOT in Hindi : 2025 तक इंटरनेट ऑफ थिंग्स कैसे बदल देगी दुनिया?

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IOT in Hindi : क्या आप ऐसे रेफ्रिजरेटर या फ्रीज़ के बारे जानते हैं, जो ज्यादा देर खुला रहने पर आपको सूचना देता हो, और अपने अंदर रखे सामानों को चेक करके शॉपिंग लिस्ट तैयार कर सकता हो, तो ऐसा फ्रीज़ तो स्मार्ट फ्रीज ही कहलाना चाहिए। इसलिये इसे स्मार्ट फ्रीज़ ही कहते हैं । और आप लोगो में से कई लोगो के घर मे ये मौजद भी होगा । या फिर जल्दी ही इसे लाने की प्लानिंग तो चल ही रही होगी। इसी तरह स्मार्ट वॉच भी आज कितनी कॉमन हो चुकी है। की हर कोई इसे अपने हाथ पर बांधे घूम रहा है। और ये फिटनेस ट्रैकिंग कर रही है, नेविगेशन,वॉइस कन्ट्रोल और स्मार्ट होम जैसे इतने सारे काम करती है। यकीन ही नही होता कि ये सच है। लेकिन इस टेक्नोलॉजी के जमाने मे इस पर यकीन करना ही बेहतर होगा। आज सब कुछ स्मार्ट उपलब्ध है। स्मार्ट कार, स्मार्ट स्पीकर, स्मार्ट सिक्युरिटी कैमरा, स्मार्ट लाइफ ,स्मार्ट होम और आपकी स्मार्ट लाइफ का सबसे जरूरी हिस्सा आपका स्मार्टफोन । ये सब क्या है ये सब ioT यानी इंटरनेट ऑफ थिंग्स है। इस टेक्नोलॉजी को ये यूनिक नाम ioT दिए जाने का कारण ये है कि ये टेक्नोलॉजी डेली लाइफ के चीज़ों को इंटरनेट से कैंनेक्ट करके एक नेटवर्क बनाती है। ये चीज़े सेंसर, सॉफ्टवेयर, और नेटवर्क कनेक्टिविटी से पूरी तरह लैस होती है। जिसकी बजह से वो इंटरनेट से जुड़ पाती है। और एक दूसरे के साथ संचार या कम्युनिकेट कर पाती है। ये टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है। आगे हम ये भी जानेंगे। IOT क्या है , और इसके फायदे, हानि और AI के साथ इसके रिलेशनशिप को भी समझने वाले हैं। इसलिये High Tech News के इस पोस्ट पर लास्ट तक बने रहिये। । और ioT जो आपके आसपास मौजूद हैं , उसे समझ लीजिये और पहचान लीजिये। चलिये अब आगे जानते हैं- IOT in Hindi क्या है

IOT in Hindi

IOT in Hindi क्या है?

सबसे पहले अब ये जानते हैं, की आज माइक्रोसॉफ्ट, अमेजॉन, गूगल , IBM, cisco व honeywell और Intel ioT से संबंधित मुख्य कंपनी है। और Kevin Ashton को फादर ऑफ इंटरनेट ऑफ थिंग्स कहा जाता है। जिन्होंने पहली बार इंटरनेट ऑफ थिंग्स शब्द का इस्तेमाल किया था। लेकिन ये ioT टेक्नोलॉजी आज अचानक हमारे सामने नही आई है। बल्कि इसकी शुरुआत तो 1980 के दशक में ही शुरू हो गयी थी । और आज ये तेजी से बिकसित होते हुए आज लोकप्रिय टेक्नोलॉजी बन चुकी है। की आज इसे अपने आसपास हर जगह देखा जा सकता है। स्मार्ट होम , हेल्थ केअर ,एग्रीकल्चर और ट्रांसपोर्ट जैसे कितने ही क्षेत्र में इसने अपने लिये जगह बना ली है।
उदाहरणस्मार्ट थर्मोस्टेट, स्मार्ट लाइट, और स्मार्ट सिक्युरिटी सिस्टम और स्मार्ट होम इसके साधारण उदाहरण है। रिमोट पेशेंट मॉनिटरिंग और मेडिकल उपकरण connectivy जैसे – हैल्थ केअर एप्लिकेशन , कृषि के लिये एग्रीकल्चर एप्लिकेशन और कनेक्टेड कार व ट्रैफिक मैनेजमेंट जैसे ट्रांसपोर्ट एप्लिकेशन । यह बस एक नाम भर है। ioT तो इससे कही ज्यादा क्षेत्र में पहुच चुका है। और अनुमान है साल 2025 तक दुनिया मे 75 बिलियन से ज्यादा ioT डिवाइस हो जाएगी। इसके कुछ कारण तो यही है कि ioT की डिवाइस की प्राइस पहले की तुलना में थोड़ी कम होने लगी है, जिसके बजह से ये सबकी पहुँच में आने लगी है। और इस डिवाइस की बेह्तर connectivity , एडवांस और इसके लिये जरूरी टेक्नोलॉजी जैसे सेंसर, माइक्रो प्रोसेसर व नेटवर्किंग का तेजी से विकसित होना भी इसके प्रमुख कारण है। ये एडवांस टेक्नोलॉजी हमारे लिए काफी हैल्पफुल रहने वाला है, जो की अच्छी बात है।

अब ये भी जानते हैं कि ioT टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है?

मान लीजिये आपके पास एक स्मार्ट वाशिंग मशीन है, ये मशीन आपके कपड़े के स्थिति का पता इसमे लगी सेंसर के जरिये लगा सकता है। और अगर मशीन को पता चलता है कि कपडे बहुत गंदे है। तो ये अपने आप ये पानी तापमान भी बढ़ा सकती है। धुलने का समय भी । इसी तरह स्मार्ट वाशिंग मशीन आपके कपड़े को अच्छे तरह से आपके कपडे को धो देगी । और आपके समय व एनर्जी को बचा देगी। इस तरह आपके कपड़े को चमका देने का पूरा का इस प्रक्रिया से पूरा होगा। जिसने ioT डिवाइस या स्मार्ट वाशिंग मशीन में लगा सेंसर डेटा इक्कठा करेगा। यानी तापमान व नमी जैसी सूचना को इसके बाद ये डेटा इंटरनेट या wifi के जरिये सर्वर तक जाएगा। फिर ये क्लाउड सर्वर डेटा को प्रोसेस करेगा। और इस प्रोसेस डेटा के आधार पर सर्वर स्मार्ट डिवाइस को ये बतायेगा, कि उसे क्या करना है। और उसी के अनुसार वाशिंग मशीन ऑटोमेक्टिकली तापमान घटाने या बढ़ाने या धोने के समय को बढ़ाने जैसी एक्शन लेगी । और कपड़ो को साफ धो देगी। जरूरत होने पर उपयोगकर्ता के मोबाइल में नोटिफिकेशन भी भेज देगा। और यूजर इनडिवाइस को एप्लिकेशन के जरिए मॉनीटर व कन्ट्रोल भी कर सकता है। और इस तरह एक ioT डिवाइस काम करते हैं। और डेली लाइफ हैप्पी और स्मार्ट बनाने लगी है। इसके बदौलत मैन्युअल मेहनत तो काफी कम हो गए हैं। इस प्रकार कही से डिवाइस को मॉनीटर व कन्ट्रोल कर पाने की सुविधा ने इसे और उपयोगी बनाने में इजाफा किया है। इन डिवाइस से मिलने वाली रियल टाइम डेटा व जानकारी के बदौलत निर्णय लेने में भी काफी सुधार आया है। हेल्थ मॉनिटरिंग और स्मार्ट होम फीचर्स ने बेहतर जीवन प्रदान किया है। और सिक्युरिटी और सेफ्टी को भी बढ़ाया है। लेकिन इतनी सारी आराम व सुविधा देने वाली इस टेक्नोलॉजी के कुछ खामियां भी है।

IOT in Hindi

इस टेक्नोलॉजी की कुछ खामियां

अगर खामियां की बात की जाए तो सबसे पहले आता है, सिक्योरिटी रिस्क क्योकि ऐसे डिवाइस में हैकिंग का ज्यादा रिस्क रहता है। साथ ही साधारण डिवाइस वके तुलना में थोड़ा महंगा होता है। तो ऐसे में जरूरी हो जाता है कि ऐसे डिवाइस को लिया जाए, जो मजबूत सुरक्षा फीचर्स रखती हो, वैसे तो ये सच है कि ioT को हर जगह पहुचने में थोड़ा और टाइम लगेगा।

लेकिन ये भी सच है ioT भविष्य की जरूरी डिवाइस में से एक है। जिसकी भविष्य में बहुत डिमांड भी रहने वाली है। और आगे आने वाले समय मे स्मार्ट सिटी, कंनक्टेड हेल्थ केअर, इंडस्ट्रियल ioT ,स्मार्ट होम और ऑटोनोमस ( self driving car ) कार को देखना एक सामान्य बात हो जाएगी। क्योकि इंटरनेट ऑफ थिंग्स को AI ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) का साथ भी तो मिला हुआ है। क्योकि ioT और AI ये दोनों टेक्नोलॉजी मिलकर काम करती है। और कार्य की गुणवत्ता को बढ़ाकर हमारे जीवन को आसान बनाते हैं। जहां ioT का मतलब है कि हमारे दैनिक जीवन की चीजें जैसे फ़ोन, TV, फ्रीज़ और यहाँ तक कि घर भी इंटरनेट से जुड़ जाते हैं। और एक दूसरे से संचार कर सकते हैं। ये सब सेंसर व सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके डेटा इकट्ठा करती है। वही AI का मतलब है कंप्यूटर को ऐसा बनाना की वे इंसानो की तरह सोच सके । सीख सके, और समस्या का समाधान निकाल सके। वही AI का इस्तेमाल डेटा अनालीसिस करने में ,पैटर्न को पहचानने में और निर्णय लेने में किया जाता है। यानी ioT( इंटरनेट ऑफ थिंग्स ) चीज़ों को इंटरनेट से जोड़ने के बारे में है, जबकि AI ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) कंप्यूटर को सोचने व सीखने के बारे मे है

IOT और AI एक दूसरे से कैसे जुड़े हुए है

जहाँ IOT यानी इंटरनेट ऑफ थिंग्स वातावरण व यूजर इंटरेक्शन के जरिये बहुत ज्यादा मात्रा में डेटा कलेक्ट करते हैं। और वही AI इस डेटा का इस्तेमाल करके useful जानकारी को निकालता है, और निर्णय लेता है।

उदाहरण– एक स्मार्ट थर्मोस्टेट जो ioT डिवाइस है, वो आपके घर के तापमान से सम्बंधित डेटा को कलेक्ट ( संग्रह ) करता है। और AI इस डेटा का इस्तेमाल करके ये पता लगाता है। की आपको किस तापमान पर सबसे ज्यादा आराम महसूस होता है। और फिर थर्मोस्टेट को ऑटोमेक्टिकली उस तापमान पर सेट कर देता है। इसी तरह ioT डिवाइस आपके स्वास्थ्य से संबंधित डेटा को कलेक्ट करती है। और AI इस डेटा का इस्तेमाल करके अनालीसिस करता है और आपको बीमार पड़ने से पहले ही बीमारी के बारे में बता सकता व आपको जागरूक कर सकता है। स्मार्ट सिक्युरिटी कैमरा जो ioT डिवाइस है। वीडियो कैप्चर करती है, और AI का इस्तेमाल करके असामान्य गतिबिधियों व हलचल को पहचान कर आपको अलर्ट कर सकती है।

ioT के अन्य फायदे जिन्हें आपको जानना चाहिए क्लिक करे Benefits of internet of things

जरूरी निष्कर्ष

IOT in Hindi : तो देखा आपने AI ( आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ) व ioT ( इंटरनेट ऑफ थिंग्स ) दोनों मिलकर कैसे प्रभावी तरीके से काम करते हैं। और अगर आप भी ioT से इम्प्रेस होकर स्मार्ट डिवाइस का ज्यादा इस्तेमाल करना चाहते हैं,। तो जरूर कीजिये , लेकिन कुछ जरुरी बातों को ध्यान में रखते हुए कीजिए। जैसे – मजबूत सिक्योरिटी वाली डिवाइस ही लीजिए। इन डिवाइस के सॉफ्टवेयर को उपडेट्स रखे, हर डिवाइस के लिए एक यूनिक पासवर्ड भी रखें। और उसे जल्दी जल्दी बदलते भी रहिये। डेटा ट्रांसफर व क्लाउड सर्वर के बीच एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल कीजिये। आपको बता दे की एन्क्रिप्शन वो प्रोसेस है जिसके जरिये डेटा को एक कोड में बदल दिया जाता हैं। जिसे हर कोई समझ नही सकता । और वो secure रहता है डिवाइस को लागातार मॉनिटर भी करते रहे। । और ioT से जुड़े चीज़ों के बारे में थोड़ी जानकारी रखें। ताकि इसे सही तरह से इस्तेमाल करना आपके लिये और आसान हो सकता है। इस तरह आपने ioT के बारे पूरी तरह से जान लिया कि यह क्या है और कैसे काम करता है। इसलिये ioT के इस जानकारी को इस्तेमाल कीजिए और ioT के साथ लाइफ को और आसान बनाये।

और अगर मैंने ये पोस्ट IOT in Hindi के कॉन्सेप्ट को आसान तरीके से समझा पाया हो तो , तो इस पोस्ट लाइक व वोट करने के साथ अपने दोस्तों व रिस्तेदारों के पास जरूर शेयर करें। साथ ही इस प्रकार के टेक्नोलॉजी जानकारी से अप्डेट्स रहने जे लिए High Tech News जरूर पढ़ें। और हमसे जुड़ने के लिये हमारे फ़ेसबूक पेज High Tech news को फॉलो जरूर करे।

और अधिक जाने (AI ) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है…..

1.iOT क्या है? ( What is IOT in Hindi )

Internet of Things ( iot ) एक नेटर्वक सिस्टम है, जहाँ डिवाइस नेटवर्क से कंनक्टेड होकर एक दूसरे को डेटा शेयर करते हैं।

2.ioT के फ़ायफे क्या क्या है ?

सबसे अच्छी बात है, ioT से ऑटोमेशन, ऊर्जा के बचत, डेटा अनालीसिस, रियल टाइम डेटा अनालीसिस, और स्मार्ट डिवाइस का उपयोग ।

3. ioT के नुकसान क्या क्या है ?

डेटा प्राइवेसी का खतरा, साइबर सिक्युरिटी का जोखिम, हाई मेंटेनेंस व मंहगी डिवाइस।

4. I OT और AI में क्या अंतर है?

ioT डेटा संग्रहण करता है जबकि AI डेटा का अनालीसिस करके निर्णय लेता है। यह दोनों मिलकर ioT डिवाइस के कार्य को पूरा करता है।

5.भारत मे ioT का भविष्य कैसी होगी

भारत में ioT का भविष्य 5g टेक्नोलॉजी के साथ तेजी से विकसित होगी ।

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