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Dark Web Kya Hai : कल्पना करो एक ऐसी जगह जिसका Google, Facebook और YouTube पर कहीं वजूद ही नहीं है। एक ऐसी जगह जो इंटरनेट पर होती तो है। लेकिन आम लोगों की नजर से बिल्कुल छुपी हुई है। यह दुनिया बहुत डार्क है और यह दुनिया है Dark Web की। Dark Web नाम सुनते ही दिमाग में एक अजीब सी क्यूरियोसिटी होने लगती है। क्यूरियोसिटी थोड़ी सी नेगेटिव साइड में, थोड़ी सी डार्क साइड में, थोड़ी सी डरावनी साइड में। क्योंकि यह वही जगह है जहां पर हैकर्स, ड्रग डीलर्स और क्रिमिनल् छुपकर इललीगल काम करते हैं। लेकिन Dark Web सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। यहां कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सच्चाई को सामने लाने के लिए अपने नाम को छुपाकर उन चीजों को प्रस्तुत करते हैं। उसमें बहुत गहराई में जाकर रिसर्च करते हैं। उन चीजों की जिन्हें हम सब से छिपाया जा रहा है। और यह Dark Web उन लोगों की प्राइवेसी भी सुरक्षा करता है। इसलिए अगर आप उनमें से एक हो जिनको Dark Web जैसे टॉपिक्स बहुत अच्छे लगते हैं तो आज का टॉपिक तो आपको बहुत अच्छा लगने वाला है। तो जानते है Dark Web Kya Hai, औरDark Web के अंधेरे में छुपी हुई सच्चाई को जानते हैं।

इंटरनेट के लेयर
सबसे पहले आप यह समझो कि एक इंटरनेट के तीन लेयर् होते हैं। मतलब जो इंटरनेट हम रोज इस्तेमाल करते हैं उसमें भी लेयर् हैं। कितना अजीब है ना?
1.Surface Web
यह इंटरनेट का वो हिस्सा है जो बहुत ही आसानी से मिल जाता है। जैसे Google, Being, Yahoo, YouTube यानी जो भी कंटेंट पब्लिक या index हो वो Surface web का हिस्सा होता है। चाहे वो आपकी YouTube वीडियो हो, किसी की सोशल मीडिया प्रोफाइल्स हो, न्यूज़ वेबसाइट्स हो या फिर ब्लॉग्स हो। लेकिन ट्विस्ट ये है कि ये पूरे इंटरनेट का सिर्फ 4 से 5% है। मानलो पूरा इंटरनेट अगर एक आइसबर्ग है तो सरफेस वेब उस आइसबर्ग की एक छोटी सी हिस्सा है।
2. Deep Web
यह इंटरनेट का वो हिस्सा जो सर्च इंजन के जरिए नहीं मिलता है उसे कहते हैं। Deep Web। अब यहां पे कुछ प्राइवेट कंटेंट होते हैं। जैसे पासवर्ड प्रोटेक्टेड कंटेंट, प्राइवेट डेटाबेस, गवर्नमेंट रिकॉर्ड्स और आपकी भी कुछ चीज़ जैसे आपके ईमेल, आपके बैंक डिटेल्स और जहां तक कि आपके प्राइवेट क्लाउड स्टोरेज यानी जो आप Google ड्राइव में डाल के रखते हो, आई क्लाउड में डाल के रखते हो वो सब इसी वेब पे आता है। अब Deep Web किसी तरीके से इललीगल और खतरनाक नहीं है। यह बस पब्लिक के लिए index नहीं होता है। क्योंकि ये प्राइवेट चीज है। लेकिन ये पूरे इंटरनेट का 90 से 95% है। जो कि बहुत ज्यादा है।
3. Dark Web Kya Hai
जो इंटरनेट का सबसे अनसुलझी रहस्य और सबसे खतरनाक लेयर है। डार्क वेब डीप वेब का एक छोटा सा हिस्सा है जो कि इंक्रिप्टेड नेटवर्क पर चलता है। इसको चलाने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर चाहिए। ये आपके नॉर्मल ब्राउज़र से नहीं खुलेगा। इसके लिए चाहिए । आपको ब्राउज़र यानी अदृश्य इंटरनेट प्रोजेक्ट। आप Dark Web पे जाने के बाद जितनी भी वेबसाइट्स को एक्सेस करोगे। उनके एक्सटेंशन में .Anion लिखा होता है और डार्क वेब की किसी भी लिंक को यानी .Anion वाली लिंक को अगर आप नॉर्मल ब्राउज़र में खोलने करने की कोशिश करोगे । तो वो ओपन ही नहीं होगा और

3. Dark Web Kya Hai और कैसे काम करता है
जब मैं Dark Web की बात कर रहा हूं। तो यही वो जगह है। जहां पर असामान्य गतिविधि का राज छुपा हुआ है। देखो डार्क वेब में जो भी होता है । वो Peer To Peer Network में होता है। मतलब डाटा सीधे यूजर तक चला जाता है । बिना किसी सेंट्रल कंट्रोल के। मतलब कोई भी किसे क्या भेज रहा है उस पर कोई निगरानी नहीं रख रहा है। TOR ब्राउज़र का जब आप इस्तेमाल करते हो, डार्क वेब को एक्सेस करने के लिए तो। वो आपके IP एड्रेस को बाउंस कराता है। मतलब जब आप अपने इंटरनेट को इस्तेमाल करते हो । तो आपका एक वर्चुअल एड्रेस भी होता है, जिसे IP एड्रेस भी कहते हैं। जिसको जानने के बाद कोई भी आपके घर पर आ सकता है। लेकिन डार्क वेब को जब आप इस्तेमाल करते हो। Tor ब्राउज़र के जरिए तो आपके IP एड्रेस छुप जाता है और बाउंस होता जाता है। मतलब मल्टीपल लेयर हो जाती है। आपको कोई समझ ही नहीं पाएगा कि आप वास्तव में उसे एक्सेस कहां से कर रहे हो। और जो डेटा भी आप इस्तेमाल कर रहे हो वो कई लेयर् में इंक्रिप्टेड होती है। और यही कारण है कि इसको Track करना बहुत मुश्किल हो जाता है। अब हो सकता है । आपको यह बहुत ज्यादा मिस्टीरियस लग रहा हो लेकिन इसका मतलब यह नहीं है । कि डार्क वेब में सब कुछ गलत ही होता है।

Dark Web 🕸️ का कानूनी और वैध उपयोग
Dark Web नाम सुनते ही हमारे दिमाग में असामान्य गतिविधि और क्राइम एक्टिविटी जैसी चीजें आती हैं। लेकिन यहां पे जितने भी लोग आते हैं, हर कोई गलत काम करने ही नहीं आता। कई बार ऐसे लोग जो सरकार या कॉर्पोरेट भ्रष्टाचार को एक्सपोज करना चाहते हैं। वो सबसे पहले अपनी Safty चाहते हैं। क्योंकि अगर Surface web पर आके अगर वो बताएंगे। तो उनकी ID ,उनका IP एड्रेस सब कुछ दिख जाएगा। लेकिन यही चीज अगर वो डार्क वेब पर आके सारे Document और Data को अपलोड करके अपना आवाज सब कुछ देके अगर दुनिया को बताना चाहते हैं तो वो छुपा हुआ रहेगा । मतलब किसने कब, कहां अपलोड किया, कुछ पता ही नहीं रहेगा ,की कौन है।
इसकी एक अच्छी उदाहरण
ऐसी एक बहुत रोचक कहानी है, Adverd Snowdan की। Adverd एक फॉर्मर NSA यानी नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी में कॉन्ट्रैक्टर थे। और ये 2013 में अपने लीक की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर हो गए थे। Adverd ने NSA के एक सीक्रेट डॉक्यूमेंट को लीक किया था जिसमें दिखाया गया था कि USA सरकार अपने नागरिकों पर बहुत ही प्राइवेसी लेवल पर भी निगरानी कर रहा है। मतलब ऐसी जगह पर निगरानी लगे हुए हैं। जहां पर शायद आप कल्पना भी नहीं कर सकते। शायद वो आपको दीवाल दिख रहा है , लेकिन उसके पीछे कैमरा लगा है। आप क्या कर रहे हो सब कुछ पता चल रहा है गवर्नमेंट को। दूसरा उन्होंने बताया कि NSA लोगों के फोन कॉल्, मैसेजेस और इंटरनेट एक्टिविटी को बिना जानकारी के मॉनिटर कर रहा है। सोचो ये कितना पावरफुल टूल हो सकता है जब इलेक्शंस आए या जब कोई बहुत बड़ी चेंज लाना हो तो। आपको पता है कि सामने वाला क्या सोचता है उसको वही दिखाओ या जो वो सोचता है वो सही है और आपके लिए गलत है तो उसको कुछ धीरे-धीरे गलत चीजें दिखाने लगो। इस तरीके से आपका दिमाग ही मैनपुलेट हो जाएगा। और यह निगरानी सिर्फ USA तक सीमित नहीं थी। बल्कि दूसरे देशों के लीडर पर भी थी। अब इतनी बड़ी और संवेदनशील जानकारी लीक करना बहुत ही ज्यादा रिस्की था। और उस वक्त अगर इनकी पहचान दुनिया के सामने दिख जाती तो उसके जान को भी खतरा हो सकता था। इसीलिए इस व्यक्ति ने अपनी पहचान को छुपाने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल किया। और इसी की वजह से उनका लोकेशन और उनकी पहचान को ट्रेस करना उस वक्त बहुत मुश्किल हो गया। लेकिन जब सरकार को इनका पता लग गया तो Adverd यहां से रशिया भाग गए। इसकी वजह से अब यह अपनी जान बचा पाएं ।
इसके कई फायदे भी है
पहला फायदा
ऐसे देश जहां पर सेंसरशिप और डिक्टेटरशिप है वहां पर आप सरकार के खिलाफ कुछ पब्लिश या अपलोड ही नहीं कर सकते। कुछ ऐसा बता ही नहीं सकते हो जो सरकार की नियम के खिलाफ हो। तो वैसे केस में डार्क वेब इस्तेमाल होता है।
दूसरा फायदा
Cyber Security Reserch देखो Dark Web पर हैकर्स और इललीगल मार्केट प्लेसेस को Track करना। Security Expert के लिए बहुत जरूरी होता है। इसीलिए दुनिया में क्या चल रहा है उसका बहुत सारा हिस्सा डार्क वेब पर रिसर्च करके Securtiy टीम को पता चल पाता है।
भारत में भी Cyber Crime को Track करने के लिए काफी सारे कैंपेन चलाए जा रहे हैं।

Dark Web 🕸️ Cunclusion
मैं आपको एक सिंपल सी सलाह दूंगा कि डार्क वेब आम लोगों के लिए नहीं है। क्योंकि कारण यह है कि जब आप डार्क वेब को एक्सेस करते हो, तो काफी सारी भयंकर चीजें आपके साथ हो सकती है। क्योंकि ये बात मैं भी आपको बता नहीं सकता हु कि आप अपने आप को कैसे सुरक्षित रखो। क्योंकि जब आप Dark Web में जाते हो तो आप उसी का Part बन जाते हो। इसलिए आपको सलाह है मेरी कि कितनी भी ज्यादा क्यूरोसिटी हो आप ओपन मत करो उसे। Dark Web पर मालवेयर और फिशिंग अटैक्स होते रहते हैं जिसमें आपकी Email ID आपका YouTube चैनल, आपकी बैंक डिटेल्स सब कुछ चला जाएगा और आप समझ भी नहीं पाओगे, यह सब कैसे हुआ। और आपकी पलक झपकते ही सब कुछ गायब हो सकता है। तो खासकर डार्क वेब एक ऐसी चीज है जहां पर बहुत सारी अच्छी चीजें भी होती हैं। लेकिन लोगों को बताना बहुत जरूरी है। इसे किसी विशेष चीज के लिए Dark Web इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन हां ये आम इंसान के लिए नहीं है क्योंकि इसमें बहुत भयंकर क्रिमिनल्स, डीलर्स और हैकर्स होते हैं। अगर डार्क वेब जैसे टॉपिक आपको अच्छे लगते हैं, तो मुझे आशा आपको ये वीडियो अच्छी लगी होगी। ऐसी और पोस्ट चाहते हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हो।
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