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Brain Computer Interface India : High Tech News in Hindi : बिना मोबाइल सिर्फ दिमाग से ही इंटरनेट चलेगा ।

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Brain Computer Interface India : जरा सोचो एक ऐसे अद्भुत दुनिया जहाँ ना मोबाइल है, ना कंप्यूटर और ना ही कोई डिजिटल स्क्रीन है। एक ऐसी दुनिया जहाँ हमारी दिमाग से निकली विचार या कोई जानकारी सीधे ही इंटरनेट में चली जाती है। ये कोई कल्पना नही बल्कि एक हकीकत है। ये है ब्रेन इंटरनेट कनेक्शन जिसे Brain computer interface भी कहते हैं। यह एक ऐसे टेक्नोलॉजी है जो डिजिटल दुनिया से हमें जोड़ देती है। अब हम फिजिकल डिवाइस जैसे – मोबाइल, कंप्यूटर व लेपटॉप तक ही सीमित नही रहेंगे। इसके बिना भी अब हम अपने दिमाग से इंटरनेट का अनुभव व संचालन कर सकते हैं। यह कॉन्सेप्ट कभी साइंस फिक्शन व कल्पना करने मात्र था । लेकिन अब यह हकीकत बन रहा है। दुनिया भर के कई रिसर्चर , न्यूरो लॉजिस्ट ,न्यूरो सांइटिस्ट और बड़ी बड़ी टेक कंपनियां BCI यानी Brain Computer interface को विकसित करने में लगे हुए हैं। भारत मे भी Brain Computer Interface के बारे में IIT बॉम्बे,IIT मद्रास IIT दिल्ली और NBRC हरियाणा जैसे प्रमुख संस्थान में रिसर्च व शोध हो रहा है BCI के ये डिवाइस हमारे दिमाग मे उत्पन्न हुए विचारों को सिग्नल को समझकर उन्हें डिजिटल रूप या डेटा में बदल सकते हैं। यह टेक्नोलॉजी इंसानी क्षमता को एक लेवल पर ले जाने की पूरी ताकत रखता है। लेकिन ये प्राइवेसी, सुरक्षा व इंसान होने का मतलब क्या हैं, जैसे गहरे सवाल भी पैदा करता है। ? साथ ब्रेन इंटरनेट का कनेक्शन पूरी तरह से चुनोतियाँ से भरा है। लेकिन इसके संभावित फायदे की बात की जाए तो इससे इंसानो को बहुत फायदा हो सकता है। जैसे जैसे हम इस टेक्नोलॉजी रेवोलुशन की करीब पहुच रहे हैं। ये जरूर है कि हम इसके संभावित फायदे और इनसे होने वाले नुकसान के बारे में समझे। और इसके हमारे भविष्य व आने वाले पीढ़ियों पर पढ़ने वाले प्रभाव के बारे में जाने । तो इसके बारे में पूरी विस्तार से जानने के लिये High Tech News के इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें

Brain Computer Interface India

Brain Computer Interface क्या है?

BCI एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमे ब्रेन ( मस्तिष्क )और इंटरनेट के बीच होने वाला सीधा कनेक्शन होता है BCI ( Brain computer interface ) जो एक ऐसी टेक्नोलॉजी होता है जो हमारे दिमाग और इंटरनेट को आपस में जोड़ने के लिये एक पुल का काम करता है। Brain computer interface हमारे दिमाग के न्यूरॉन द्वारा निकाले गए विचार जैसे एलेक्ट्रिक सिग्नल को डिटेक्ट व उसे मिलकर काम करते हैं। यह न्यूरॉन के बीच लगता है इसलिये इसे Neuralink chip भी कहते हैं।

Brain Computer Interface दो तरह के होते हैं।

1. इनवेसिव Brain computer interface – इसमे इंसानी दिमाग के भीतर ऊतक या टिशू में इलेक्ट्रोड को फिक्स कर दिया जाता है। झा से ये दिमाग़ी एलेक्ट्रिक सिग्नल को डिटेक्ट करता व समझता है और इन सिग्नल को दिमाग से सीधे इंटरनेट को भेज सकते हैं।

2.नॉन इनवेसिव Brain computer interfaceये दिमाग के बाहर सेंसर का इस्तेमाल करके स्केल्प के जरिये दिमागी तरंग या वेब को डिटेक्ट करते हैं व उन्हें समझते है। जो इनके जटिल अल्गोरिथम सिगनल पैटर्न को डिकोड करते हैं। और इन सिग्नल को फिर इंटरनेट के पास भेज दिया जाता है।

Brain computer interface से हमारे जीवन पर क्या असर पड़ सकता है

हमारे दिमाग का इंटरनेट से सीधे जुड़ जाने से हमारे अनंत संभावनायें हो सकते हैं। और इसका सबसे तत्कालीन प्रभाव होगा । हमारे पारंपरिक डिजिटल डिवाइस व कंप्यूटर विलुप्त हो जाना । जैसे – मोबाईल, कंप्यूटर ,लेपटॉप और AR/ VR हेडसेट भी पुरानी जमाने की बन जाएंगी। क्योंकि हम सिर्फ सोच के ही डिजिटल दुनिया मे यात्रा व एक्सेस कर पायेंगे। और हम किसी भी जानकारी को तुरंत ही पा सकते हैं। जैसे हम बस किसी टॉपिक या चीज में बारे में सोचते ही इंटरनेट से ढेर सारा जानकारी को प्राप्त व एक्सेस कर पाएंगे।

डिजिटल टेलीपैथी के आ जाने से एक महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। सोचिये बिना बोले या लिखे सिर्फ और सिर्फ सोचने भर मात्र से कठिन से कठिन विचार व भावनाओं को तूरंत कम्युनिकेट कर पाना । Brain computer interface इसे पुरु तरह से हकीकत बना सकता है। लोगो व समुदाय के बीच गहरी समझ व कल्चर को बढ़ावा दे सकता है। उन दिन मनोरंजन करना एक नए स्तर पर पहुँच जाएगा, हम वर्चुअल रिएलिटी जैसे वातावरण को सीधे अपने दिमाग से एक्सपेरिएंस व अनुभव कर पाएंगे। वो भी बिना घर से बाहर निकले ।इसे हम ioT यानी internet of things डिवाइस को आसानी से कन्ट्रोल भी कर सकते हैं।

Brain Computer Interface India

Brain computer interface से होने वाले खतरे

Brain computer interface के संभावित फायदे लुभावने जरूर है लेकिन खतरों को भी जानना बहुत जरूरी है।

1.Privacy की चिंता – ये सबसे पहला व सबसे गंभीर खतरा हो सकता है। क्योंकि हमारे विचारों तक सीधी पहुच बाहरी ताकतों को हावी करने का न्यौता दे सकती है। मेंटल प्राइवेसी का भी रक्षा करना होगा। असामान्य व unaothorized एक्सेस को रोकने के लिये मजबूत सुरक्षा कवच बनाना होगा।

2.Security bridges – यह एक और दूसरी बड़ी खतरा होगा । ब्रेन इंटरनेट कनेक्शन को हैक करने के बड़ा ही खतरनाक व भयानक परिणाम हो सकते हैं।

इन रिस्क और चुनोतीयो को कम करने के लिये अभेदय सिक्युरिटी लेयर ( सुरक्षा कवच ) बनाना होगा । प्राइवेसी व सुरक्षा के अलावा और भी कई गहरे नैतिक व गंभीर सवाल है।
जब हमारी दिमागी नियमित डिजिटल दुनिया से जुड़ा होगा तो हमारी खुद की मानवीय व स्वयं भावनाओं का क्या होगा। क्या ऐसे में इंसान और मशीन के बीच के रेखा धुंधली हो सकती है। ये सब ऐसे कठिन सवाल है जिसके आसान जवाब नही है।

क्या हम इसके लिये तैयार है

ब्रेन कंप्यूटर इंटरनेट को पूरी दुनिया मे अपनाना अभी इसकी कोई निश्चित नही है। और एक्सपर्ट का मानना है कि टेक्नोलॉजी की शुरूवाती वर्जन मेडिकल एप्लिकेशनसहायक डिवाइस पर ही फोकस करेंगे। जो कि आने वाले दशक में देखने को भी मिल सकते हैं। जैसे जैसे हम इस टेक्नोलॉजी रेवोल्यूशन के करीब पहुँच रहे हैं बहुत सवाल अभी भी है। क्या हम तैयार है । Brain computer interface में इंसानो के अभूतपूर्व क्षमता को अनलॉक करने की ताकत है। लेकिन इसमें गहरे रिस्क भी है। और इंसान होने का सही मतलब क्या है इसको पूरी तरह से चैलेंज भी करता है।

Brain Computer Interface India

निष्कर्ष Brain Computer Interface India

Brain Computer Interface India : हम BCI यानी Brain Computer Interface के जरिये भविष्य हमारे सामने आ रहा है और ये Brain computer interface इसके लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज जो हम यह टेक्नोलॉजी को ला रहें है यह तय करे कि यह टेक्नोलॉजी हम इंसानो को एक सुपर पावर देती है या ग़ुलाम बनाती है। हमे आपस मे जोड़ती है या तोड़ती है।

High Tech News के इस पोस्ट को यहाँ तक पढ़ने के लिये आपका तहे दिल से धन्यवाद । जो यह दिखाता है। आप सच मे अपने जीवन मे कुछ नया सीखना व बदलाव लाना चाहते हैं। लेकिन याद रखे सिर्फ जानकारी लेना ही काफी नही है। फर्क तब पड़ता है जब आप उसे अपने जीवन मे अमल में लाते हैं। आपके आने वला कल आपके आज फैसले व विचार पर निर्भर करता है।

इस प्रकार AI व नए टेक्नोलॉजी इनोवेशन से जुड़े लेटेस्ट व अच्छी जानकारी से अप्डेट्स रहने के High Tech News जरूर पढ़ें। और जानकारी Brain Computer Interface India पोस्ट अच्छा लगा हो तो हमे वोट व शेयर जरूर करे। और हमारे Facebook PageHIGH TECH NEWSकी फॉलो जरूर करे।

1.Brain Computer Interface India में कहा कहा रिसर्च हो रहा है।

IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली जैसे भारतिय संस्थान में।

2.BCI फुल फॉर्म क्या है?

Brain Computer Interface

3.हाल में कोई भारतीय प्रगति के उदाहरण बताये?

IIT मद्रास ने हाल में ऐसे सिस्टम तैयार किया है जिससे मस्तिष्क के संकेतों से कंप्यूटर के कर्सर को नियंत्रित करने में सक्षम रहा है।

4.स्वास्थ्य के क्षेत्र में BCI की क्या उपयोगिता है ?

लकवा, मानसिक जैसे बीमारियों को ठीक करने में ये सहायक है।

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