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Ai kya hai in hindi : आज के समय में AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिर्फ एक टेक्नोलॉजी ही नही ,बल्कि एक शक्ति बन चुकी है, जो पूरी दुनिया को पूरी तरह से बदलने की ताकत रखता है। अभी हाल ही में हॉवर्ड बिजनेस रिव्यु के अनुसार, 2030 तक AI दुनियांभर में 800 जॉब्स को रिप्लेस कर देगा । यानी कि साधारण शब्दों में कहा जाये तो आने वाले 5 से 10 सालो में AI इस पूरी दुनिया का नक्शा ही बदल देगा। अब सवाल यहाँ ये भी आता है कि AI दुनियाभर में कई सारे लोगों के लिये बहुत हैल्पफुल भी साबित हो रहा है, यानी इंसानो के कार्यो को करने में बहुत मदद कर रहा है। चाहे स्कूल स्टूडेंट हो, जॉब वाला हो या कोई बिज़नेसमेंन हो। सबके के लिये आज पूरी तरह से मदद कर रहा है। लेकिन एक अहम सवाल ये भी है कि AI एक वरदान है या अभिशाप । आगे बिस्तार से जानेंगे कि किस तरह से AI हमारे लिये मददगार है। और किस तरह से हमे नुकसान पहुँचा सकता है, तो High Tech News के इस खास पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। क्योकि ये जानकारी से आपको अवगत होना भी बहुत जरूरी है। इसलिये इसे खास कर आपके लिये ये जानकारी का गहन रिसर्च कर आपके समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। ताकि ये जानकारी आपकी मदद कर सके।

सबसे पहले समझते हैं Ai kya hai in hindi क्या है?
AI यानी artificial intelligence एक ऐसी टेक्नोलॉजी है , जो मशीनों व कम्प्यूटरों को एक इंसान की तरह बुद्धिमान बनाने की एक कोडिंग या प्रक्रिया है। जब किसी कंप्यूटर या रोबोट में AI को इंस्टॉल किया जाता है। तो वो अपने हिसाब से निर्णय को ले सकता है। सोच सकता है , और हर तरह के सवालों का जवाब देने के साथ साथ वह समस्यायों को भी आसानी से सुलझा सकता है। और ये टेक्नोलॉजी आज हर जगह, हर क्षेत्र में अपनी पहुँच बना ली है। चाहे वो हेल्थकेयर हो, फाइनेंस हो, एजुकेशन हो , एंटरटेनमेंट हो या फिर सिक्युरिटी हो। सभी जगह आज AI का इस्तेमाल किया जा रहा है।
AI का फायदे किस प्रकार हम मिल रहा है।
1. आज हम AI की मदद से किसी भी कार्य को आसानी व प्रभावी तरीके से उसे AI Automation ( ऑटोमेक्टिकली ) कर सकते हैं। मतलब किसी ऐसे टास्क या काम जिसे इंसान बार बार करे तो वो थक जाता है। ऐसे थकाने वाले काम को AI बार बार और प्रभावी तरीके से कर सकता है। और अच्छा परिणाम भी देता है।
2. डेटा प्रोसेससिंग, – किसी बढ़े से डेटा को एनालाइज करना हो तो इंसान की तो बैंड बज जाए। लेकिन AI इसे कुछ सेकण्ड में ही कर सकता है। और 24 घंटे अवेलेबल । आप ऑफिस में 9 से 5 वाली शिफ्ट के बाद काम नही कर पाओगे। लेकिन AI 24 घंटे कार्य कर सकता है।
3. Persanalization – AI में कुछ ऐसे कोड फिट करने है, जो अवश्यक्तानुसार आपको suggestion दे सके। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। Youtube और Netflix । जिस तरीके का कंटेन्ट यहाँ देखते हो, उसी तरह कंटेन्ट या वीडियो आपको suggestion में आने लगता है।
क्या है Deepseek AI
Deepseek AI एक ऐसा AI है, जिसके आते ही हर तरह के AI के सीमा बंधनो के नियम को तोड़ दिया है। जो आज के समय मे वो एक लोकप्रिय विषय बन गया है। जिस तरह से chatgpt है , जिससे अगर आप किसी भी तरीके का सवाल करते हो, तो वो कुछ ही मिनट के अंदर पूरा उतर व समाधान आपको दे देता है। वैसे ही अभी हाल में AI डीप सीक आया है। डीप सीक AI चाइना में बनाया गया है जो एक Open source code है। यानी किसी कोड या data को कॉपी करके उसे आप अपने तरह मोडिफाइड करके नए प्रोग्राम या data के रुप व्यवस्थित करना । और सबसे खतरनाक बात यह है , की लोगो का कहना है कि चैट जीपीटी का अपग्रेड वर्जन है। इसके बारे मे आगे बिस्तार से जानते हैं, की किस प्रकार से -Deepseek और chatgpt AI दोनों में अंतर रखते हैं।

DeepSeek AI vs Chatgpt AI
DeepSeek AI | Chatgpt AI | |
1 .Batter Accuracy(कार्य दक्षता) | DeepSeek AI का output व परिणाम सबसे अच्छा है | चैट जीपीटी AI का output उतना अच्छा नही है। यानी Deepseek AI का तुलना में कम प्रभावी है। |
2.Proccesing power | डीप सीक , Chatgpt के मुकाबले 40%रिसोर्स कम करके अच्छे से काम कर लेता है। | जब कि चैट जीपीटी AI ऐसा बिल्कुल भी नही कर सकता है इसके लिये अधिक डेटा व पावर की जरुरत पड़ती है। |
3. Cost( बनाने में लगने वाली लागत ) | डीप सीक को सिर्फ 6 मिलियन डॉलर में विकसित कर दिया गया। | जबकि Open AI ने चैट जीपीटी लांच किया था तो लगभग 200 मिलियन डॉलर की लागत लगे थे। |
4. Activity ( कार्यशीलता ) | यह ज्यादा तेज व प्रभावी तरह से काम करता है। | जबकी यह डीप सीक के तुलना में थोड़ा कम प्रभावी व एक्टिव फीचर रखता है। |
5. Low energy( कम ऊर्जा की खपत) | इस कम बैटरी व पावर की खपत होती है। | इसमे अधिक बैट्री व पावर की खपत होती है। |
6. Price ( प्रीमियम ) | ये सस्ता है लेकिन अच्छा फीचर देता है। | ये महंगा और डीप सीक के तुलना में कम फीचर प्रदान करता है। |
7. Realistic ( वास्तविक परिणाम ) | ये ज्यादा अच्छा और काफी हद तक realistic output देता है। | ये कम realistic फीचर देता है। |
8. Coding ( कोडिंग क्षमता ) | डीप सीक AI बहुत अच्छा coding करता है | वही चैट जीपीटी AI कोडिंग में डीप सीक से काफी पीछे है। |
9.Trainng ( सिखाना ) | Deepseek AI को आसानी से ट्रेंनिंग दिया जा सकता है और इसके लिये कम बजट भी लगता है।। | वही चैट जीपीटी को ट्रेन करना थोड़ा मुश्किल व खर्चीला है। |
लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है, की क्या Deepseek AI खतरनाक हो सकता है,?
1.Deepseek AI पूरी तरह से चाइना में बना है, और china में कैसा सरकार है ये आप भी जानते हैं। जिसके बारे कोई नही बोल सकता है, डीप सीक AI भी नही। अगर आप डीप सीक AI से चाइना व ताइवान के बारे में या वहाँ के सरकार के बारे में पूछो तो ये नही बताता है। कहता है मैं इसके बारे में ट्रेंड नही हु। और वही Chatgpt AI जो अमेरिका में बना है। उससे भी यही सवाल पूछोगे तो वो सब बता देता है। जितना उसे पता है।
2.Data मैन्युपुलेशन – AI का पक्षपाती होना बहुत खतरनाक हो सकता है। यानी जिस तरह वह china के गवर्मेंट के बारे में Deepseek कुछ खराब कही कह सकता है। और कोई ऐसा इंसान जो बहुत सामान्य है, उसके दिमाग को ये मैनुप्लेट कर सकता है। मैनुप्लेट का मतलब किसी को चालाकी से अपने केन्ट्रोल मे कर उसे अपने हिसाब से चलाना।
3.Security व privacy कन्सर्न – China के पहले भी कई AI टूल आये थे। और उस AI टूल से भी बहुत सारा Security व privacy कन्सर्न डेटा लीक व ट्रांसफर हुए थे। इसी कारण Tiktok बैन हुआ था। तो ऐसा लीक भारत मे भी हो सकता है, ये Deepseek AI भारत व दुनियां के लिये खतरनाक हो सकता है। क्योकि ये मैनुप्लेट करना जानता है।
4.Cyber fishing – डीप सीक जैसे AI को हम फेक ID बनाने में व इसका गलत सूचना देने में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
लेकिन एक वक़्क़ ऐसा आएगा हम इन deepseek AI व चैट जीपीटी AI पर एक दिन पुरी तरह से निर्भर हो जाएंगे। और जब पूरी तरह से इन AI tool पर निर्भर हो जाएंगे , तो शायद ये हमे मैनुप्लेट भी कर सके। कई ऐसे वीडियो या न्यूज़ आपको देखने को मिल जायेंगे। जो AI को गुस्सा आता है यानी उसे खतरा महसूस होने पर अटैक करता है। और आपने देखा होगा कि जब Deepseek AI को बनाया गया तो NVDIA के शेयर बहुत नीचे गिर गए थे क्योकि Deepseek AI को बनाने में NVDIA का प्रोसेसर का इस्तेमाल ही नही हुआ था। जो इस प्रकार के टेक्नोलॉजी के विकास के लिये सिर्फ ये प्रोसेसर पूरी दुनियां में सिर्फ इन्हीं के पास है। इतने सस्ता व इतने कम बजट में हम AI टूल अगर बना पा रहे हैं तो वो दिन दुर नही जब सायद AI ही खुद अपनी दूसरी AI बनाने लगे ।
Conclusion ( निष्कर्ष )
Ai kya hai in hindi : हमने AI के फायदे व हो सकने वाले नुकसान को भी जाना । लेकिन High Tech News के अनुसार अगर हम उसे सही तरीके इस्तेमाल करे तो, AI एक बहुत ही शक्तिशाली टूल साबित हो सकता है। लेकिन समय के साथ जिस प्रकार इंसान AI को अपग्रेड कर रहा है। AI के अंदर भावना ( इमोशन ) डालने की कोशिश कर रहा है। हो सकता है,आगे चलकर हो सकता है, किई इंसान के लिये ही खतरनाक हो जाये। और जो डेटा ये बताती है। कि AI के बजह से जॉब्स में रिप्लेस आ सकती है, वही डेटा ये भी कहते हैं कि जो इंसान AI की पढ़ाई करेगा। उसकी जॉब नही जाएगी। उसको नयी जॉब मिल ही जाएगी। क्योकि AI भी एक मशीन है, एक कोड व कंप्यूटर है उसको ऑपरेट करने के लिये तो कोई चाहिए होगी ना।
अंत मे जाते जाते आपके लिये एक सवाल ? क्या आप पूरी तरह से आंख बंद करके AI पर भरोसा कर सकते हो ? और इस प्रकार AI व टेक्नोलॉजी से जुड़ी जानकारी से अप्डेट्स रहने के लिये High Tech News जरूर पढ़ें। हमारा वादा है कि हम आपको इसी तरह हर छोटी बड़ी टेक्नोलॉजी से आगे व अपडेट्स करते रहेंगे। और हमे facebook पेज HIGH TECH NEWS पर भी फॉलो जरूर करें।
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1.AI का full फॉर्म क्या है ?
Artificial intelligence ( कृत्रिम बुध्दिमता )
2.Deepseek कहा की कंपनी है?
चायनीज़ कंपनी है।
3.Open AI Chat gpt कहा की कंपनी है?
अमेरिका की टॉप टेक्नोलॉजी कंपनी में से एक है।