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Operation Sindoor India : आज की इस बदलती दुनिया में Technology हर क्षेत्र में बदलाव लेकर आ रही है, और अब भारत की सेना भी पीछे नहीं है। 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए पाकिस्तानी हमले में 26 भारतीय नागरिकों की जान चली गई थी जिसका बदला लेने के लिए भारत में 7 मई 2025 को Operation Sindoor India के जरिए पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर हमला करके नष्ट कर दिया। इसी के साथ भारत ने अपनी सैन्य सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए और अपने हमले को सटीक बनाने के लिए अपने साथ Artificial intelligence (AI) को अपनाना शुरू कर दिया है। अब तक भारतीय सेना ने पाकिस्तान और चीन की बॉर्डर पर निगरानी को बेहतर बनाने के लिए लगभग 140 AI-Besed systm तैनात किए हैं। इनमें smart Camra, Sensor, Drone और Radar शामिल हैं, जो मिलकर एक सिस्टम की तरह काम करते हैं। इन उपकरणों की खास बात यह है कि ये AI टेक्नोलॉजी की मदद से घुसपैठियों की पहचान और खतरों का विश्लेषण कर सकते हैं। तो चालिए जानते है विस्तार से..

आतंकवाद के खिलाफ AI की रोल
Artificial Intelligence AI अब सिर्फ सीमा सुरक्षा तक सीमित नहीं है बल्कि आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। यह टेक्नोलॉजी रियल टाइम में जानकारी इकट्ठा करने और विश्लेषण करने में मदद कर रही है। जिससे समय पर निर्णय लिए जा सकें। विशेषज्ञों के अनुसार यह टेक्नोलॉजी जल्दी ही सभी क्षेत्रों में व्यापक रूप से अपनाई जाएगी। ऑपरेशन सिंदूर तो बस एक शुरुआत है।

लॉजिस्टिक्स से लेकर इंटेलिजेंस तक AI का असर
भारतीय रक्षा अधिकारियों का मानना है कि AI लॉजिस्टिक्स, सर्विलांस और इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में गेम चेंजर साबित हो सकता है। भारत में अभी यह टेक्नोलॉजी नया है, लेकिन इसकी ग्रोथ बहुत तेजी से हो रही है। अब ऐसे Drone और Robot भी सेना में शामिल हो रहे हैं जो AI से पूरी तरह लैस होंगे और जो खतरनाक इलाकों में पेट्रोलिंग कर सकते हैं। इससे जवानों के जोखिम और खतरा को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 2023 में भारत के Defance Minister ने 75 नए AI tool लॉन्च किए, जिनमें Smart servilance System और Robot शामिल हैं। भारत और अमेरिका ने भी मिलकर AI और Cyber Security ट्रेनिंग पर काम करने का समझौता किया है।
फिलहाल भारत इस क्षेत्र में लगभग 50 Million डॉलर प्रति वर्ष खर्च कर रहा है, जो चीन की तुलना में लगभग 30 गुना कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि AI के Devolpoment में निवेश बढ़ाना जरूरी है ताकि भारत प्रतिस्पर्धा में बना रह सके।
AI एक Assistant है, लेकिन मानव बुद्धि की जगह नहीं ले सकता
हालांकि AI टेक्नोलॉजी बहुत शक्तिशाली है, लेकिन इंसानी बुद्धि और अनुभव की अपनी जगह है। उदाहरण के तौर पर 2023 में इज़राइल में हुए एक अचानक आतंकी हमले ने यह साबित कर दिया कि केवल AI आधारित निगरानी काफी नहीं है। गंभीर परिस्थितियों में डेटा को समझने और निर्णय लेने के लिए इंसानों की भूमिका जरूरी है।

निष्कर्ष
Operation Sindoor India : सेना के रिटायर्ड जनरल Ravi Sahni का कहना है कि AI आज के समय में जरूरी हथियार बन चुका है, लेकिन इससे मिलने वाले डेटा पर कार्रवाई करने के लिए इंसानी दिमाग और निर्णय क्षमता अभी भी सबसे अहम है। तो कुल मिलाकर AI Technology युद्ध की दुनिया में एक बड़ी रेवोल्यूशन ला रही है, आज भारत में Operation Sindoor में AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करे, अपनी सटीकता और निर्णय से दुनिया को चौका दिया। लेकिन इंसानों की भूमिका आज भी सबसे महत्वपूर्ण बनी हुई है।
इस प्रकार Artificial Intelligence AI, नए नए टेक्नोलॉजी, गैजेट, साइबर सिक्योरिटी और ऑनलाइन कमाई से जुड़ी जानकारी से अपडेट रहने के लिए High Tech News जरूर पढ़ें। और हमसे जुड़े रहने के लिए हमारा फेसबुक पेज High Tech News को जरूर join करें।
1.Opreation Sindoor kya hai
यह एक सैन्य ऑपरेशन है जो भारत द्वारा पाकिस्तानी आतंकी पर बदले के रूप में जवाब हमला है।
2.क्या AI सैन्य निगरानी को मजबूत कर सकता है।
AI के इस्तेमाल करना सा
3.क्या AI पर पूरी तरह निर्भर रहा जा सकता है।
AI को केवल एक सहायक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर सैन्य सुरक्षा की बात हो तो।