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High Tech News: AI सम्मेलन 2025 – भारत के लिए क्यों है गेम-चेंजर?

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High Tech News : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महाकुंभ दुनियां का पहला AI एक्शन सम्मेलन 11 फरवरी 2025 एक तरफ जहां भारत के प्रयागराज महाकुंभ का पावन मेला चल रहा था। वहीं दूसरी ओर फ्रांस की राजधानी पेरिस में AI का महाकुंभ आयोजित हो रहा था । यह वह ऐतिहासिक पल था। जब भारत ने AI की दुनिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन में सबसे पहला और प्रभावशाली भाषण दिया।  जिसने दुनिया को भारत की AI क्षमताओं से परिचित कराया। इस सम्मेलन को सामान्य बैठक समझने की भूल मत करिए। ए आई को भी मामूली टेक्नोलॉजी मानकर अनदेखा ना करें। यह सोचकर आराम से ना बैठें कि AI तो अभी बहुत दूर की बात है, लेकिन सच यह है कि ए आई आज आपके घर के बाहर खड़ा है, दस्तक दे रहा है समय की हर टिक टिक के साथ यह दरवाजा खुलने वाला है,और जिस दिन यह आपकी घर की दहलीज पर कदम रखेगा। आपका जीवन, आपका समाज,आपकी दुनिया सब कुछ बदल जाएगा यह सम्मेलन उसी नए युग का घोषणा पत्र है। जहां AI सिर्फ एक टूल नहीं बल्कि व्यवस्थाओं का संचालक बनेगा। शिक्षा हो या स्वास्थ्य रोजगार हो या रक्षा हर पहलू AI की छाया में डिजाइन होगा। इसीलिए दुनिया के 90 देश आज एक मंच पर खड़े हैं नीतियां गढ़ रहे हैं ,नियम बना रहे हैं,भविष्य की प्लानिंग कर रहे हैं। क्योंकि अगर आज हमने AI के रास्ते नहीं बनाए तो कल यही ए आई हमारे रास्ते बना देगा। AI की क्रांति ने भारत को एक नया मौका दिया है अगर हम इसका सही इस्तेमाल करें। तो भारत इस नए युग में एक वैश्विक लीडर बन सकता है जिस तरह पश्चिमी देश औद्योगिक क्रांति से अमीर बने उसी तरह भारत ए आई क्रांति से समृद्ध बन सकता है, यह हमारी तकदीर बदलने का समय है पेरिस में आयोजित सम्मेलन में भारत ने फ्रांस के साथ सह अध्यक्षता की। यह सम्मेलन ए आई के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन था। जिसमें 90 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मेलन में सबसे पहला भाषण दिया। जो 12 मिनट तक चला और पूरी तरह से अंग्रेजी में था। आगे High Tech News के इस पोस्ट से विस्तार से जानते हैं की कैसे हम इसका इस्तेमाल व अवसर का लाभ ले सकते हैं….

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AI का विस्तार से अवसर

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि ए आई के विस्तार से नौकरियों का स्वरूप बदलेगा और लोगों को इस बदलाव के लिए तैयार रहना होगा।  भारत भी Artificial intelligence के क्षेत्र में बड़े बदलाव के लिए अब पूरी तरह से तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक बड़ी अच्छी और खास बात यह कही कि टेक्नोलॉजी तो हमेशा आगे बढ़ती ही रहेगी। यह टेक्नोलॉजी भी जब आएगा तो भी AI को चलाने की जो चाबी है वह इंसान के हाथ में ही रहेगी। इस टेक्नोलॉजी के आने से न सिर्फ टेक्नोलॉजी की विकास होगी । बल्कि कई सारी नयी व अनंत अवसर व संभवना का द्वार खुलेगा। क्योकि ये अभी हर किसी के एक नई टेक्नोलॉजी के रूप में एक नया अवसर है।

आज व भविष्य में भारत मे AI को लेकर क्या हो रहा है

आज भारत ने  टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कदम बस रखा है, हमारे इंजीनियर्स और कोडिंग एक्सपर्ट्स दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम कर रहे हैं हमारे यहां के लोग जैसे – सुंदर पिचाई Google के CEO है,   सत्या नडेला  Microsoft के CEO हैं,शांतनु नारायण Adobe के CEO  हैं। जैसे अन्य भारतीय लोग बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों के सीईओ बन चुके हैं। जो यह सब नई-नई खोज कर रहे हैं , नए-नए प्रोडक्ट्स बना रहे हैं, लेकिन किसी विदेश की कंपनी के लिए हम आज तक अपना एक भी google जैसे कोई कंपनी नहीं बनाई है। हम अभी भी दूसरे देशों के प्रोडक्ट्स के उपभोक्ता बने हुए हैं। लेकिन अब हमारे पास एक नया मौका आया है। जब हम AI की क्रांति में एक बहुत बड़ी भूमिका अब निभा सकते हैं। यह मौका हमें जाने नहीं देना चाहिए। जिस तरह अमेरिका ने चैट जीपीटी बना दिया जिस तरह अमेरिका ने अपना एक इंटेलिजेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर बना लिया । वही दूसरी तरफ चीन ने अपना खुद का Deep Seek AI बना लिया । उसी तरह से भारत भी अपने खुद का एक AI टूल बना सकता है। और उसे बनाना भी चाहिए और इसके लिए मोदी सरकार इस समय काम शुरू कर चुकी है, अगर भारत ने इस टेक्नोलॉजी रेवोल्यूशन का सही से फायदा उठाया तो, जिस तरह पश्चिमी देश औद्योगिक क्रांति से अमीर बने थे। समृद्ध बने थे, वहां विकास हुआ था। वैसे ही भारत भी इस AI क्रांति के युग में बहुत समृद्ध बन सकता है , बहुत विकास यहां पर आ सकता है, और भारत की तकदीर हमेशा के लिए बदल सकती है।

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भारत में AI का भविष्य

भारत जो कभी सोने की चिड़िया कहलाता था। औद्योगिक क्रांति से वंचित रहा, अंग्रेजों की गुलामी ने हमें मशीनीकरणटेक्नोलॉजी से पूरी तरह  दूर रखा । जबकि यूरोप ने इसका पूरा फायदा उठाया, भारत के पास कच्चा माल था। लेकिन तकनीकी विकास नहीं थी। मशीनों की क्रांति से भारत दूर रहा उनके यहां पर मशीनें आ गई बड़ी-बड़ी फैक्ट्री लग गई और हमारे यहां पर  काम वर्षों से दशकों तक दूसरे के हाथों से होता रहा और इसलिए हम उस विकास से दूर रहे और हम अमीर नहीं बन पाए यही कारण है। कि हम औद्योगिक क्रांति से पीछे रह गए इसके बाद कंप्यूटर आया, फिर सोशल मीडिया की क्रांति आई बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां आई उसमें भी भारत कुछ ज्यादा नहीं कर पाया। हमने अपना कंप्यूटर नहीं बनाया अपनी कोई बहुत बड़ी दुनिया की टेक कंपनी नहीं बनाई । आज के समय मे ए आई की क्रांति ने दुनिया को बदल दिया है, अब भारत भी अपना खुद का AI टूल बनाने की ओर अग्रसर है भविष्य हमारे दरवाजे पर खड़ा है 2030 तक इस के कारण लाखों नौकरियां बदल जाएंगी। दुनिया में इस समय कुल 600 करोड़ नौकरियां हैं जिनमें से 40% पर नौकरियां यानी 1007 करोड़ नौकरियां ए आई के कारण वर्ष 2030 तक समाप्त हो जाएंगी और इनकी जगह ऐसी नौकरियां ले लेंगी “। जिनमें ए आई लर्निंग और स्किल्स बहुत महत्त्वपूर्ण होंगे । यानी यह उन लोगों को मिलेंगी जो Artificial intelligence का इस्तेमाल करना जानते होंगे। भारत को इस नई क्रांति के लिए तैयार रहना होगा अनुमान है कि 2050 तक दुनिया में 100 करोड़ AI रोबोट्स होंगे । जो हर क्षेत्र में क्रांति लाएंगे यह रोबोट्स सब कुछ करेंगे यह स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने से लेकर अस्पताल में मरीजों की सर्जरी तक सब कुछ करेंगे । हर तीसरे परिवार में एक ह्यूमनॉइड रोबॉट जरूर होगा और जो लोग आजकल अकेले रहते हैं वह इन्हीं ए आई रोबोट्स को अपना हमसफर बना सकते हैं, दोस्त बना सकते हैं,पार्टनर बना सकते हैं,असिस्टेंट बना सकते हैं ये  जो रोबोट्स हैं यह आपके घर की सफाई करेंगे ,आपसे बातचीत भी करेंगे और आपके जितने भी काम हैं वह सब यह करके आपको देंगे और दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी । आप यह भी कह सकते हैं कि ह्यूमन इंटेलिजेंस से चलने वाली दुनिया काफी हद तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने लगेगी और इस चीज को देखते हुए दुनिया के बड़े-बड़े देश अब खुद को Artificial intelligence के इस नए युग के लिए तैयार कर रहे हैं भारत को इस मौके का फायदा उठाना होगा और ए आई के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनना होगा आज भारत अमेरिका और चीन के बाद ए आई टैलेंट पूल की सूची में हमारा भारत तीसरे स्थान पर है। यानी अमेरिका और चीन के बाद ऐसे लोगों की सबसे ज्यादा संख्या हमारे देश भारत में है Artificial intelligence का यह नया युग सिर्फ वैज्ञानिकों इंजीनियरों या सरकारों के लिए नहीं है, यह हर एक व्यक्ति के लिए है आज से ही ए आई के बारे में सीखना शुरू करें चाहे , आप एक छात्र हो,एक पेशेवर हो या एक बिजनेसमैन हो । इस की बुनियादी समझ आपको इस नए युग में आगे रखेगी,व ऑनलाइन कोर्सेस वर्कशॉप्स या AI टूल्स के साथ प्रयोग करके शुरुआत करें क्योंकि अगर आप Artificial intelligence को नहीं समझेंगे तो यह आपको पीछे छोड़ देगा। आज का कदम कल की सफलता की नींव है क्योंकि ए आई का यह सफर अभी शुरू हुआ है

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आपके लिये अंतिम निष्कर्ष जरूर पढ़े।

High Tech News : फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित ए आई सम्मेलन सिर्फ एक तकनीकी आयोजन नही था । बल्कि ये एक बहुत बड़ा संकेत है,की दुनिया एक बहुत बड़ी बदलाव की ओर रुख कर रही है।  दुनिया अब ए आई जैसे टेक्नोलॉजी पर बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने जा रही है। इस नए क्रांतिकारी युग की शुरुआत हो चुकी है। भारत की तकनीक भविष्य को लेकर रूपरेखा तैयार करने की ऐतिहासिक कदम है। जिससे भारत व अन्य देशों के नागरिकों के लिए आर्थिक, सामाजिक , तकनीकी विकास के लिये एक बहुत बड़ा अवसर आज हमारे देहलीज पर खड़ा है। अगर हमें भी ऊपर उठना है तो  हमे खुद को अप्डेट्सअपग्रेड करना होगा। हमे Artificial intelligence व अन्य टेक्नोलॉजी के बारे में जानना होगा। क्योकि आगे चलकर कही ऐसा ना की टेक्नोलॉजी के बारे अधिक जानने वाले लोग हम पर ही इसका गलत इस्तेमाल ना करे। क्योकि एक बात तो पूरी तरह से साफ है, की आने वाले समय पॉवरफुल व बुद्धिमान इंसान वही कहलायेगा , जो इन ए आई व अन्य टेक्नोलॉजी को अच्छी तरह इस्तेमाल करना जानता हो। क्योकि जिस भी काम को आज हम मैनुअल तरीके से कर रहे हैं वो सब इन ए आई टेक्नोलॉजी की जरिये हो रही होगी। जिसे इंकार नही किया जा सकता है। एक बात और आप भूल के भी ये बात कभी हल्के में मत लेना कि AI कुछ नही है। क्योकि आज इस युग के सबसे शक्तिशाली हथियार है। जो पूरी दुनिया को पूरी तरह बदलने की पूरी ताकत रखता है। आज और अभी से हमे इन टेक्नोलॉजी के बारे में विचार करने की जरुरत है। कि कैसे हम इस टेक्नोलॉजीके साथ खुद को ढाल सकते हैं, और इसके आने वाले अवसर व संभावनाओं का फायदा ले सके।

इसलिये High Tech News आपकी हर संभव मदद व आपको टेक्नोलॉजी के साथ अपग्रेड व अप्डेट्स करने का वादा करता है। हम उन संभी टेक्नोलॉजीआर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़ी जरूरी सूचना व खबरों से आपको रूबरू कराते हैं। जिसे आपको जानना व आपके हित के लिये जरूरी है। हम आपकी समय की मूल्य व आपकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। आपका हमारे इस पेज को पढ़ना या यहाँ तक पहुँचना यह दर्शाता है,की आप अपने जीवन मे बहुत बड़े लक्ष्य हासिल करने व अच्छे बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। आपका प्रयास सही व सार्थक दिशा में है।
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और अधिक पढ़े जाने AI agent क्या है ……


1.कृत्रिम बुध्दिमता समिट का मुख्य उद्देश्य क्या था?

इसका प्रमुख उद्देश्य रहा कृत्रिम बुध्दिमता के विकास व इसके इस्तेमाल को लेकर विचार विमर्श करना । ताकि सभी लोगो को इसका फायदा मिलने के साथ साथ सामाजिक, आर्थिक व तकनीकी विकास की जा सके।

2.यह सम्मेलन कब और कहाँ हुआ?

कृत्रिम बुध्दिमता का प्रथम व ऐतिहासिक सम्मेलन फ्रांस की राजधानी पेरिस में 11 फरवरी 2025 को हुआ।

3.इस सम्मेलन में कितने देश के लीडर शामिल हुए थे ?

इसमें 100 अलग अलग देशों के लीडर ने भाग लिया।

4.भारत का Artificial intelligence मिशन क्या है?

कृत्रिम बुध्दिमता के विकास के साथ सभी के लिये इसे उपयोगी व सुलभ बनाना।।

5.क्या Artificial intelligence जॉब्स छीन लेगा ?

काफी हद तक कुछ जॉब्स छीन लेगा लेकिन उसके जगह नए जॉब्स व अवसर पैदा कर रहा है। यानी कहा जाये तो जॉब्स रिप्लेस हो रही है। ख़त्म नही।

ए आई

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