Table of Contents
भविष्य में Deepak AI कैसे बदल सकता है टेक्नोलॉजी की दुनिया?
Deepseek AI एक अत्याधुनिक AI ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) मॉडल है जो साल 2025 में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा है और वो है Deepseek AI जो आज के इस AI टेक्नोलॉजी रेवोल्यूशन का सबसे बड़ा उदाहरण है। जो पूरी दुनिया का ध्यान अपने ओर खींच लिया है। जो AI टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री से लेकर शेयर बाजार तक तहलका मचा कर रख दिया है। माना ये जा रहा है कि deepseek AI , Chatgpt और google का gamini से काफी एडवांस व प्रभावशाली है। इसमें काफी एडवांस फीचर्स को इंटीग्रेटेड किया गया है। आखिर क्या है ये दीपसीक AI और यह कैसे काम करता है चलिये इसके बारे में बिस्तार से समझते हैं।

Deepseek AI क्या है।?
Deepseek एक ओपन सोर्स एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस है, जिसे चीन ने बनाया है। जो मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग अल्गोरिथम का इस्तेमाल करके वास्तविक दिखने वाले डुप्लीकेट Video, फ़ोटो , व ऑडियो को बनाने के लिये इस्तेमाल किया जाता है। ये टेक्नोलॉजी ज्यादातर जेनेरेटिव adversarial Network पर आधारित होता है। जो नकली चीज़ों को इतनी सफाई से बनाती है, की वह बिल्कुल असली से लगता है। ये Open AI का सबसे बड़ा कॉम्पिटीटर भी है। और यह चीन का यह लार्ज लेंग्वेज मॉडल है। और ये chatgpt के साथ साथ gamini को भी कड़ी टक्कर देगा।
Deepseek AI क्यो इतना खास है। 1
Deepseek AI की लागत बाकी AI के मुकाबले बहुत कम है इसका इनपुट टोकन लागत महज 0.55 डॉलर है। जबकि OpenAI chatgpt का इनपुट टोकन लागत 15 डॉलर है। Deepssek के R1 लेंग्वेज मॉडल ने Open AI के लेटेस्ट O1 मॉडल को कई बेंचमार्क से पूरी तरह से पछाड़ दिया है। अगर कुल लागत की बात की जाय तो Deepseek को सिर्फ 6 मिलियन डॉलर में तैयार किया गया है। जब कि Open AI को बनाने के लिये इससे अधिक कई बिलियन डॉलर खर्च किये गए हैं। कम लागत होने के बजह से Deepseek ने मार्केट में लॉन्च होते ही तहलका मचा दिया। कहा ये भी जा रहा है Deepseek AI में बैटरी खपत भी कम होगा।
Deepseek AI कैसे काम करता है।
इसका काम दो प्रकार से होता हैं-
1.डेटा ट्रेनिंग– इसमे deepfake बनाने के लिये किसी व्यक्ति का वीडियो,या फ़ोटो दी जाती है। ताकि बोलचाल के तरीके और चेहरे की हावभाव को समझ सके।
2.सिंथेटिक कंटेन्ट क्रिएसन– जब डेटा ट्रेनिंग पूरी हो जाती है तो इसके जरिये किसी भी चीज की हूबहू कॉपी तैयार की जा सकती है। फिर चाहे वो वीडियो हो या ऑडियो बिल्कुल वास्तविक व ओरिजनल लगती है। deepseek का कम लागत वाला AI मॉडल ना सिर्फ Open AI ,मेटा और google जैसे बाजार हिस्से को खतरे में डाल सकता है। बल्कि AI सर्विस के कीमतों में गिरावट ल सकता है।
Deepseek के बजह से भारत व अन्य देश मे क्या असर पड़ सकता है।
भारत में deepseek के लांच होने के बाद भारतीय शेयर बाजार सेंसेक्स में 824 अंक की गिरावट देखी गयी। लेकिन सिर्फ मार्केट गिरने का कारण सिर्फ deepseek। नही था इसका थोड़ा ही प्रभाव था जो IT के शेयरों में ही देखी गयी। इसकी ज्यादा असर अमेरिका शेयर बाजार पर देखने को मिली। वही दूसरी ओर deepseek के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ गई है। कुछ एक्सपर्ट का कहना है Deepseek इस्तेमाल Deepfake वीडियो या ऑडियो बनाने में इस्तेमाल हो सकता है। जो फर्जी न्यज व धोखाधड़ी का कारण बन सकता है। कई कंपनियों को चिंता है ऐसी टेक्नोलॉजी से कई बड़ी ब्रांड इमेज को नुकसान पहुंच सकता है।
अंतिम निष्कर्ष यह है कि deepseek AI का अगर सही इस्तेमाल किया गया तो लोगो को कम लागत के साथ अच्छा फायदा भी मिल सकता है। क्योंकि यह एक शक्तिशाली व बहुउपयोगी मॉडल है। जो विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकते हैं। चाहे आप कंटेन्ट क्रिएटर, वेबसाइट devloper ,बिजनेस ऑनर या रिसर्चर Deepseek AI आपके सभी कार्यो को आसान बना सकता है। लेकिन ये तभी मुमकिन है जब हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करे। की इसका सही इस्तेमाल किया जाये। और सभी के लिये एक समान उपयोगी बनाया जाये।
deepseek AI टेक्नोलॉजी एक अच्छा अवसर भी है ,और एक चैलेंज भी हैं। ये हम पर निर्भर करता है कि हम इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं। इस ब्लॉग में हमारे द्वारा दिया गया जानकारी आपको अच्छा लगे तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों व रिस्तेदारों के पास जरूर शेयर करे और हमे कमेंट कर जरूर बताये। अगर आपकी कोई विचार या सुझाव हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताये । इसी प्रकार नई नई टेक्नोलॉजी से जुड़ी जानकारी व अपडेट्स पाने के लिये High Tech News का नोटिफिकेशन ऑन जरूर कर ले।
और अधिक पढ़ने के लिये क्लिक करे… अन्य डिजिटल सेवाएं लेने के लिये यहाँ क्लिक करे
1.क्या Deepak AI फ्री है?
यह कुछ फीचर्स के लिए फ्री हो सकता है, लेकिन प्रीमियम वर्जन अधिक सुविधाएँ प्रदान करता है।